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1.web hosting kya hai? (what is web hosting)
जब बात आती है वेबसाइट या ब्लॉग बनाने की तो हमें जरूरत पड़ती है होस्टिंग और domain की आज हम इस पोस्ट में hosting के बारे में जानेंगे web hosting kya hai ? दोस्तों सरल भाषा में कहें तो जैसे किसी दुकान को खोलने के लिए हमें मार्केट में एक जगह की जरूरत होती है उसी्
प्रकार हमें एक वेबसाइट या ब्लॉग बनाने के लिए hosting की जरूरत होती है जैसे हम दुकान में sell करने के लिए वस्तुओं को रखते हैं वैसे ही हम होस्टिंग में अपनी Files, photos, videos, एवं graphic designs आदि की files को स्टोर रखते हैं।
वेबसाइट होस्टिंग के लिए बहुत ही power full server की जरूरत पड़ती है जो कि हमेशा इंटरनेट से contact होना चाहिए ताकि हमारी website 24 घंटे users के लिए उपलब्ध होनी चाहिए इस प्रकार के server को हम मेंटेनेंस बना कर नहीं रख सकते क्योंकि इनका खर्च बहुत अधिक होता है।
इसलिए web hostings कंपनिया अपना खुद का web server बनाकर रखते हैं जहां पर हम लोग उन्हें पैसे देकर सालाना पैकेज पर उन web hosting को खरीद लेते हैं जहां पर अपनी website को स्टोर या host करने के लिए हमें पैकेज के हिसाब से वेबस्पेस मिल जाता है जहां पर हम अपनी वेबसाइट डाटा स्टोर करके रख सकते हैं।
वेब होस्टिंग काम कैसे करता है? (how to work web hosting)
जिस भी server पर हमारी वेबसाइट का data स्टोर होता है। जब भी कोई user किसी भी queries को लेकर सर्च करता है तो सबसे पहले वह उस सर्वर से कनेक्ट होता है जिस server पर हमारी वेबसाइट host होती है वहां से सारा data उस user तक पहुंच जाता है।
जैसे knowledgeisgreat.info को अगर आप गूगल पर सर्च करेंगे तो सबसे पहले यह उस वेब होस्टिंग से कनेक्ट होगा जहां पर यह होस्ट होती है और इसका सारा data आपको दिखाई देने लगेगा।
वेब होस्टिंग कितने प्रकार का होता है?(types of web hosting)
- Shared hosting
- VPS (virtual private servers)
- Dedicated server
- Cloud server
मुख्यतः ट्रैफिक के ऊपर server यूज किए जाते हैं जिस पर जितना ट्रैफिक वह उस प्रकार का server use करने चाहिए। आइऐ डिटेल में समझते हैं।
Dedicated server kya hota hai
Dedicated server में एक प्रकार से आपको पूरा सरवर ही दे दिया जाता है server provider की तरफ से जिससे काफी महंगी होती है इसमें किसी भी प्रकार का sharing नहीं किया जाता है।
आप इसे इस प्रकार से भी समझ सकते हैं जैसे आप ने एक बड़ा सा घर खरीदा वह घर पूरा आपका हो गया इसमें आप जो चाहे सो करें इसमें दूसरा कोई रहने के लिए नहीं आ सकता क्योंकि आप इसके मालिक हैं।
उसी प्रकार से dedicated server होता है इसके मालिक आप हैं इसमें आप जितना चाहे उतना डाटा स्टोर कर सकते हैं।
यह एक पूरा सरवर होने के कारण बहुत ही फास्ट होता है और costly भी इसमें बड़ी-बड़ी website होस्ट की जाती हैं यह छोटे ब्लॉगर के लिए नहीं होता है।
डेडीकेटेड सर्वर के फायदे
- यह सरवर बहुत ही फास्ट और सिक्योर होता है।
- आप इस पूरे server के मालिक होते हैं।
- इसमें आप जितना चाहे उतना डाटा स्टोर कर सकते हैं।
- इसमें किसी भी प्रकार का sharing नहीं होता है।
- इसमें आप चाहे जितना ट्रैफिक हैंडल कर सकते हैं।
डेडीकेटेड होस्टिंग की नुकसान
- यह छोटे ब्लॉगर के लिए नहीं होता है।
- क्योंकि यह बहुत ही महंगा होता है इसका बहुत ही ज्यादा खर्च आता है इसलिए इसके छोटे ब्लॉगर खर्च नहीं उठा सकते।
- इसको सिर्फ बड़ी कंपनियां ही यूज करते हैं जैसे कि Facebook, Amazon, Flipkart, और बड़ी e-commerce website आदि।
VPS (virtual private server) server kya hota hai
इसमें एक डेडीकेटेड सर्वर को कई भाग कर दिए जाएं तो VPS सर्वर कहलाता है और इसकी sharing कर दिया जाता है और इसके part को अलग-अलग यूजर्स को प्रदान कर दी जाते हैं।
यह Shared hosting से ज्यादा web स्पेस मिलता है और वह उससे अच्छी भी होती है। उससे फास्ट भी होता है जब आप की वेबसाइट पर ज्यादा users आने लगते हैं जब आपके वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक आने लगती है।
तब आपकी वेबसाइट स्लो हो जाती है तब आपको VPS hosting ले लेनी चाहिए क्योंकि VPS hosting की page loading time शेयर्ड होस्टिंग से काफी फास्ट होती है।
VPS (virtual private server) के फायदे निम्न है
- यह shared hosting से ज्यादा सिक्योर और ज्यादा स्पेस और फुल कंट्रोल लिया जाता है।
- जब आपके वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक आनेप यह बहुत आसानी से हैंडल कर लेता है।
- इसमें dedicated server की तरह फुल कंट्रोल दिया जाता है।
- यह dedicated server से सस्ता होता है जिससे website पर ज्यादा ट्रैफिक इसे कोई भी ले सकता है।
- इसकी security शेयर्ड होस्टिंग के मुकाबले बहुत ही बेहतर होती है।
VPS server के नुकसान
- Dedicated server की तुलना में कम फीचर दिए जाते हैं।
- यह shared hosting की तुलना में माना होता है।
- ब्लॉगिंग की शुरुआती दौर में इसे यूज करने के लिए आपके पास technical नॉलेज जरूर होना चाहिए।
Shared hosting kya hota hai
इसको आप इस प्रकार है समझ सकते हैं जैसे एक बड़े से मकान में कई अलग-अलग रूम होते हैं उस रूम में कई लोग एक साथ रहते हैं और उस रूम के सभी वस्तुएं सभी लोग यूज़ करते हैं उसी प्रकार shared hosting होता है।
shared वेब होस्टिंग में एक ही server पर एक साथ कई सारी वेबसाइट की फाइलें एक साथ स्टोर करके रखी जाती हैं। इस प्रकार यह शेयर्ड होस्टिंग कहलाती है।
Shared hosting सर्वर के सभी रिसोर्सेज जैसे Hord disk, RAM स्टोरेज एवं Processor सभी वेबसाइट मिलकर use करती हैं। इसलिए यह बहुत ही सस्ती होती है नये ब्लॉगर कोई से ही यूज करना चाहिए।
Shared hosting के फायदे और नुकसान
- Shared होस्टिंग नये ब्लॉगर के लिए बहुत अच्छा होता है क्योंकि नए ब्लॉग को प्रोग्रेस करने में कई महीने लग जाते हैं जिससे शेयर्ड होस्टिंग यूज करेंगे तो आपका बजट काफी कम लगेगा।
- Shared hosting में वेबसाइट होस्ट करना बहुत ही आसान होता है।
- इसमें कई सारे tools और plugin बहुत ही आसानी से install किए जा सकते हैं।
- इसमें अगर किसी भी प्रकार का इशू आता है तो आप cpanal में जाकर इसको बड़ी आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
- अगर आप wordpress पर अपनी website बनाना चाहते हो तो बहुत ही cheapest price पर अपनी वेबसाइट लाइव कर सकते हैं।
- अगर आपकी वेबसाइट में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या आती है तो आप होस्टिंग प्रोवाइडर से लाइव चैट पर बात करके उसे तुरंत सॉल्व कर सकते हैं।
Shared hosting के नुकसान
- अगर आपकी वेबसाइट में day by day ट्राफिक बढ़ता जाता है तो यह शेयर्ड होस्टिंग इसे हैंडल नहीं कर पाएगी।
- अगर आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक ज्यादा आती है तो आपकी वेबसाइट स्लो हो जाएगी जिससे आपको इनकम में काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- सिक्योरिटी के मामले में शेयर्ड होस्टिंग बहुत ही वीक है जिससे आपको काफी क्षति हो सकती हैं।
Cloud hosting kya hai
यह एक एडवांस तरीके का वेब सर्वर पर होता है जिसमें हमारी वेबसाइट का डाटा अलग-अलग डाटा सेंटर पर लोड होता है बाकी और वेब सर्वर प्रोवाइडर कंपनियां एक ही सर्वर पर डाटा लोड करती हैं।
क्लाउड वेब होस्टिंग प्रोवाइडर करने वाली कंपनियां अपने अलग-अलग सेंटर में एक साथ एक ही समय में अपडेट करती रहती हैं और हमें हमारे जरूरत के हिसाब से हमें सर्विस प्रोवाइड करती हैं।
इस प्रकार क्लाउड वेब होस्टिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हमारी वेबसाइट कभी भी डाउन नहीं जा सकती अगर हमारा एक सर्वर बंद पड़ जाए तो दूसरा सर्वर काम करता रहता है और सारा डाटा वहां से एक्सेस होता रहता है।
ऐसे समान सर्वर आपस में जुड़कर के काम करते रहते हैं क्लाउड वेब सर्वर में हमें डेडीकेटेड और VPS जैसी सभी चीजें मिलती हैं हमें अपनी जरूरत के हिसाब से सभी चीजें मैनेज करनी होती हैं ।
Cloud web hosting के फायदे
- क्लाउड वेब होस्टिंग में हमें सबसे बेहतर होस्टिंग सर्विस परफॉर्मेंस मिलता है
- क्लाउड वेब होस्टिंग हमें high uptime और availability प्रदान करता है
- बाकी वेब होस्टिंग के मुकाबले क्लाउड वेब होस्टिंग काफी हाई स्पीड प्रदान करता है
- क्लाउड वेब होस्टिंग में सिक्योरिटी का बहुत ही महत्व है जिसमें सर्वर का सिक्योरिटी लेवल बहुत हाई होता है।
- हमारी वेबसाइट या ब्लॉग काफी हाई ट्राफिक को बड़ी आसानी से हैंडल कर लेता है
Cloud web hosting के नुकसान
- क्लाउड वेब होस्टिंग में रूट एक्सेस नहीं मिलता है।
- हमारी वेबसाइट का डाटा अलग-अलग सर्वर पर होता है जिससे हमें कभी सिक्योरिटी का दिक्कत आ सकती है।
- लेकिन यह सब चीजें ना के बराबर होती है अगर हमारा एक सर्वर डाउन हो जाता है तो दूसरे सर्वर पर स्विच करते समय नेटवर्क की प्रॉब्लम होगी तो हमारी वेबसाइट डाउन जा सकती है।
Windows aur Linux hosting server
जब भी आप hosting लेने जाएंगे तो आपको दो प्रकार के होस्टिंग दिखाई देती हैं Windows aur Linux hosting.
Windows hosting के लिए आपको अलग से licence लेने पड़ते हैं जिसके लिए आपको अलग से भुगतान करना पड़ता है इसलिए यह महंगा पड़ता है Windows hosting Linux से काफी सिक्योर होता है। लेकिन यह फीचर के मामले में Linux से कम है।
Linux web hosting एक ओपन सोर्स operating system Linux पर ज्यादा फीचर मिलने के कारण सबसे ज्यादा ब्लॉग और वेबसाइट इसी पर बनाए जाते हैं क्योंकि यह Windows से सस्ती होती है।
Blogger hosting kya hai
Blogger hosting गूगल का प्रोडक्ट है बेसिकली यह ब्लॉग बनाने के लिए गूगल अपनी सर्विस प्रोवाइड करती है जहां पर आप फ्री में अपनी वेबसाइट बना सकते हैं Google अपना खुद का domain और hosting provide करता है
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जहां पर आप अपना खुद का फ्री में ब्लॉग बनाकर host कर सकते हैं यहां पर आपको एक भी पैसे खर्च नहीं करने पड़ते हैं यहां पर Google आपको unlimited free space provide करता है।
Security के मामले में Google का जवाब नहीं है Google सबसे अधिक सिक्योर है अगर आप फ्री में ब्लॉग बनाना चाहते हैं तो आप गूगल को यूज कर सकते हैं और यहां AdSense के द्वारा पैसा कमा सकते हैं।
लेकिन blogger को कस्टमाइज करने के लिए आपको coding, CSS ,java आदि languages आना जरूरी है फिर भी आप उतना कस्टमाइज नहीं कर सकते जितना wordpress पर कर सकते हैं।
अगर आप एक प्रोफेशनल ब्लॉग बनाना चाहते हैं तो आपको wordpress पर जाना पड़ेगा जो आपको कस्टमाइज करने के लिए बहुत plugin उपलब्ध करवाता है।
अगर आप फ्री में ब्लॉग बनाना चाहते हैं तो Google के blogger का hosting लेकर के Domain से कनेक्ट कर सकते हैं और अपना फ्रि में blog बना सकते हैं जहां पर एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं पड़ती है।
Hosting कहां से खरीदें?
यूं तो होस्टिंग के लिए बहुत सारी कंपनियां उपलब्ध है जो अपनी होस्टिंग सर्विस प्रोवाइड करते हैं जो निम्न है।
आदि बहुत सारी कंपनियां उपलब्ध है जहां से आप hosting ले सकते हैं लेकिन जब बात आती है biginers की तो शुरू में आपको सस्ती होस्टिंग से ही शुरुआत करनी चाहिए जो आपको इन कंपनियों से मिल सकती है।
जो आपको 59 से लेकर 200 तक पर monthly से स्टार्ट करती हैं जो इनका ऑफर 3 से 4 साल पर मिलता है जहां पर आपको 2000 से लेकर 8 से 10000 तक या इससे अधिक बजट लग सकता है।
Hosting for biginers
अगर आप इस से भी सस्ती होस्टिंग लेना चाहते हैं तो आपको globhost से लेना चाहिए जहां पर आपको ₹20 per month से स्टार्ट है।
आप इसका advance प्लान ले सकते हैं जो आपको 899 से लेकर 1000 yearly तक आ जाएगा जहां पर आप कम से कम 3 से 5 वेबसाइट होस्ट कर सकते हैं।
Globhost
ब्लॉगिंग की शुरुआती दौर में हम भी यहीं से होस्टिंग लेकर अपने ब्लॉगइन जर्नी स्टार्ट की थी यह कंपनी इंडिया की है जो आपको कमाल की सर्विस प्रदान करती है इनका सर्विस सपोर्ट बहुत ही अच्छा है biginers यहां से शुरुआत कर सकते हैं।
अगर आप इससे थोड़ा बड़े बजट की तरफ़ जाना चाहते हैं तो आपको hostinger या hostgator के साथ जाना चाहिए इनकी भी सर्विस बहुत अच्छी है।
Hosting se related kuch words
Cpanal –जिस भी hosting provider से आफ होस्टिंग लेते हैं वहां से आपको एक cpanel प्रदान किया जाता है जहां से आप अपनी वेबसाइट को सभी चीजें मैनेज कर सकते हैं
Bandwidth –आपकी वेबसाइट और visitor’s के बीच एक निश्चित समय सीमा में ट्रांसफर होने वाले डाटाा को बताताा है जहां पर एक साथ कई विजिटर्स बिना रुकावट के आपके website डाटा को एक्सेस कर सकते हैं। लो बैंडविथ होनेे का मतलब आपकी साइट की स्पीड कम हो सकती ।
Backups –किसी कारणवश वेबसाइट का डाटा लॉस हो सकता है जिसके लिए आपको hosting provider की तरफ से बैकअप की सर्विस प्रोवाइड किया जाता है । होस्टिंग लेते समय आपको यह ध्यान रखना चाहिए की होस्टिंग प्रोवाइडर द्वारा website का बैकअप दिया जा रहा है या नहीं।
Email – hosting provider की तरफ से आपको ईमेल की सुविधा प्रदान की जाती है जहां पर आप अपनी वेबसाइट से रिलेटेड ई-मेल प्राप्त कर सकते हैं और भेज सकते हैं और multiple emails बनाने की सुविधा मिलतीी है।
SSL certificate – SSL आपकी इस वेबसाइट को सिक्योर करने का सर्टिफिकेट है जो आपको होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर की तरफ से दिया जाता है hosting लेते समय इसका भी खास ध्यान रखना चाहिए। की SSL है या नहीं। नहीं तो आपको अपनी वेबसाइट को सिक्योर करने के लिए अलग से SSL certificate लेना पड़ता है।
Disk space – disk space वह स्पेस होता है जहां पर हमारी होस्टिंग का स्टोरेज होता है। जैसे आपका एंड्राइड फोन में 64 space होता है उसी प्रकार हमारे होस्टिंग में भी डिस्क स्पेस होता है जिसे हम स्टोरेज भी कहते हैं।
दोस्तों इस पोस्ट में Web hosting kya hai in Hindi mein आपको web hosting के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है फिर भी अगर आपको लगे कि इसमें कुछ त्रुटि है तो हमें अपने कमेंट के द्वारा अवश्य बताएं
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